रोज़ाना : खलनायक बना प्रेमी



रोज़ाना
खलनायक बना प्रेमी
-अजय ब्रह्मात्‍मज
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण का प्रेम छिपा नहीं है। दोनों फिल्‍मी पार्टियों और अंतरंग मित्रों के इवेंट में एक साथ नजर आते हैं। वे अपनी अंतरंगता जाहिर करने में भी नहीं झिझकते। दीपिका पादुकोण ऐसे अवसरों पर शांत और सौम्‍य दिखती हैं,जबकि रणवीर सिंह अपनी छवि के अनुरूप उत्‍कट और उत्‍साही प्रेमी के रूप में आकर्षित करते हैं। दोनों अपने करिअर के उठान पर हैं। वे सधी गति से आगे बढ़ रहे हैं। संजय लीला भंयसाली की पद्मावती में वे तीसरी बार एक साथ नजर आएंगे। फर्क यह रहेगा कि इस बार प्रेमी के आवेश में होने के बावजूद वे खलनायक के रोल में रहेंगे। संजय लीला भंसाली की ही रामलीला-गोलियां की रासलीला और बाजीराव मस्‍तानी में हम उन्‍हें उद्दाम प्रेमी के रूप में देख चुके हैं। दोनों ही फिल्‍मों में उनकी जोड़ी पसंद की गई।
देखा गया है कि पर्देपर नायक-नायिका की भूमिका निभा रहे निजी जीवन में एक-दूसरे के करीब या प्रेमी हों तो उनके बीच की केमिस्‍ट्री फिल्‍म के दृश्‍यों में बिखरी दिखती है। ऐसी अनेक जोडि़यों की फिल्‍मों के नाम गिनाए जा सकते हैं। निश्चित ही अभिनेता-अभिनेत्री की अंतरंगता भावमुद्राओं में साफ झलकती है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि फिल्‍म बनने के दौरान या किसी और वजह से अभिनेता-अभिनेत्री की निकटता नहीं रही तो भी पर्दे पर रोमांटिक दृयों को करते समय वे भान नहीं होने देते कि उनके बीच लकीर खींच चुकी है। हाल ही में जग्‍गा जासूस देखते समय एहसास नहीं हुआ कि रण्‍बीर कपूर और कट्रीना कैफ अलग हो चुके हैं। फिल्‍म के दृश्‍यों और संवादों के अलावा वे एक-दूसरे की तरफ देखते भी नहीं थे...बात करने का तो सवाल ही नहीं उठता।
एक तीसरा पहलू भी दिखा। रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण निजी जीवन में अलग होनो के बाद ये जवानी है दीवानी और तमाशा में एक साथ आए। उन्‍होंने रत्‍ती भर एहसास नहीं होन दिया कि उनके बीच अब पहले जैसी बात नहीं रही। दोनों ने पूरे प्रोफेशनल तरीके अपने किरदारों को निभाया और दृश्‍यों की जरूरत के मुताबिक प्रेम भी बरसाया। दोनां फिल्‍मों में दोनों को दर्शकों ने पसंद किया। आज के दौर में अब संबंध विच्‍छेद होने पर भी पहले जैसी कटुता नहीं रहती। पहले तो हीरोइनों को फिल्‍म से निकलवाने या हीरो के साथ काम करने से इंकार करने के किस्‍से आम हैं। इन दिनों भूतपूर्व प्रेमी पर्दे पर प्रेम का अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हैं।
पद्मसवतीद्ध में रणवीर सिंह की चुनौती अलग रही है। इस फिल्‍म में वे सुल्‍तान अलाउद्दी खिलजी की भूमिका में हैं। खिलजी पद्मावती से प्रेम करता है,लेकिन पद्मावती उसे बिल्‍कुल नापसंद करती है। अपने सतीत्‍व की रक्षा के लिए वह जौहर भी कर लेती है। देखना रोचक होगा कि निजी जीवन में प्रेम के झूले पर सवार रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण पर्दे पर कैसे घृणा,वितृष्‍णा और खल भाव को ला पाते हैं? शॉट के पहले तक लाड़ बरसा रहे प्रेमी कैसे शॉट में एक-दूसरे के खिलाफ शब्‍द उगल रहे होंगे? रणवीर सिंह के लिए थोड़ा आसान होगा,क्‍योंकि खिलजी तो पद्मावती के प्रेम में बिंधा था। मुश्किल दीपिका पादुकोण की होगी,क्‍योंकि पद्मावती ख्लिजी को फूटी आंख भी नहीं सुहाता था।   

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

फिल्‍म समीक्षा : आई एम कलाम